
Quraysh - Quraish
Home > >
سورة قريش
![]() | ![]() | ![]() |
![]() | चूँकि क़ुरैश को जाड़े और गर्मी के सफ़र से मानूस कर दिया है तो उनको मानूस कर देने की वजह से इस घर (काबा) के मालिक की इबादत करनी चाहिए जिसने उनको भूख में खाना दिया और उनको खौफ़ से अमन अता किया | ![]() |
![]() | ![]() | ![]() |
![]() | ![]() | ![]() |
![]() | चूँकि क़ुरैश को जाड़े और गर्मी के सफ़र से मानूस कर दिया है तो उनको मानूस कर देने की वजह से इस घर (काबा) के मालिक की इबादत करनी चाहिए जिसने उनको भूख में खाना दिया और उनको खौफ़ से अमन अता किया | ![]() |
![]() | ![]() | ![]() |