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سورة الناس
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![]() | (ऐ रसूल) तुम कह दो मैं लोगों के परवरदिगार مَلِكِ ٱلنَّاسِ ﴿٢﴾ लोगों के बादशाह إِلَٰهِ ٱلنَّاسِ ﴿٣﴾ लोगों के माबूद की (शैतानी) वसवसे की बुराई से पनाह माँगता हूँ जो (ख़ुदा के नाम से) पीछे हट जाता है जो लोगों के दिलों में वसवसे डाला करता है जिन्नात में से ख्वाह आदमियों में से | ![]() |
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