The Poets - Ash-Shu'araa
Home > >
سورة الشعراء
या तम्हें कुछ नफा या नुक़सान पहुँचा सकते हैं कहने लगे (कि ये सब तो कुछ नहीं) बल्कि हमने अपने बाप दादाओं को ऐसा ही करते पाया है इबराहीम ने कहा क्या तुमने देखा भी कि जिन चीज़ों कीे तुम परसतिश करते हो या तुम्हारे अगले बाप दादा (करते थे) ये सब मेरे यक़ीनी दुश्मन हैं मगर सारे जहाँ का पालने वाला जिसने मुझे पैदा किया (वही मेरा दोस्त है) फिर वही मेरी हिदायत करता है और वह शख्स जो मुझे (खाना) खिलाता है और मुझे (पानी) पिलाता है और जब बीमार पड़ता हूँ तो वही मुझे शिफा इनायत फरमाता है | ||