Those drawn up in Ranks - As-Saaffaat
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سورة الصافات
क्या खुदा ने (अपने लिए) बेटियों को बेटों पर तरजीह दी है (अरे कम्बख्तों) तुम्हें क्या जुनून हो गया है तुम लोग (बैठे-बैठे) कैसा फैसला करते हो أَفَلَا تَذَكَّرُونَ ﴿١٥٥﴾ तो क्या तुम (इतना भी) ग़ौर नहीं करते या तुम्हारे पास (इसकी) कोई वाज़ेए व रौशन दलील है तो अगर तुम (अपने दावे में) सच्चे हो तो अपनी किताब पेश करो और उन लोगों ने खुदा और जिन्नात के दरमियान रिश्ता नाता मुक़र्रर किया है हालाँकि जिन्नात बखूबी जानते हैं कि वह लोग यक़ीनी (क़यामत में बन्दों की तरह) हाज़िर किए जाएँगे ये लोग जो बातें बनाया करते हैं इनसे खुदा पाक साफ़ है मगर खुदा के निरे खरे बन्दे (ऐसा नहीं कहते) | ||