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BackThose drawn up in Ranks - As-Saaffaat

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سورة الصافات
तो क्या हम या हमारे अगले बाप दादा फिर दोबारा क़ब्रों से उठा खड़े किए जाँएगे
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि हाँ (ज़रूर उठाए जाओगे)
और तुम ज़लील होगे और वह (क़यामत) तो एक ललकार होगी फिर तो वह लोग फ़ौरन ही (ऑंखे फाड़-फाड़ के) देखने लगेंगे
और कहेंगे हाए अफसोस ये तो क़यामत का दिन है
(जवाब आएगा) ये वही फैसले का दिन है जिसको तुम लोग (दुनिया में) झूठ समझते थे
(और फ़रिश्तों को हुक्म होगा कि) जो लोग (दुनिया में) सरकशी करते थे उनको और उनके साथियों को और खुदा को छोड़कर जिनकी परसतिश करते हैं
उनको (सबको) इकट्ठा करो फिर उन्हें जहन्नुम की राह दिखाओ
और (हाँ ज़रा) उन्हें ठहराओ तो उनसे कुछ पूछना है