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BackThose drawn up in Ranks - As-Saaffaat

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سورة الصافات
(अरे कमबख्तों) अब तुम्हें क्या होगा कि एक दूसरे की मदद नहीं करते
(जवाब क्या देंगे) बल्कि वह तो आज गर्दन झुकाए हुए हैं
और एक दूसरे की तरफ मुतावज्जे होकर बाहम पूछताछ करेंगे
(और इन्सान शयातीन से) कहेंगे कि तुम ही तो हमारी दाहिनी तरफ से (हमें बहकाने को) चढ़ आते थे
वह जवाब देगें (हम क्या जानें) तुम तो खुद ईमान लाने वाले न थे
और (साफ़ तो ये है कि) हमारी तुम पर कुछ हुकूमत तो थी नहीं बल्कि तुम खुद सरकश लोग थे
फिर अब तो लोगों पर हमारे परवरदिगार का (अज़ाब का) क़ौल पूरा हो गया कि अब हम सब यक़ीनन अज़ाब का मज़ा चखेंगे
हम खुद गुमराह थे तो तुम को भी गुमराह किया