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BackThose drawn up in Ranks - As-Saaffaat

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سورة الصافات
(इबादत या जिहाद में) पर बाँधने वालों की (क़सम)
फिर (बदों को बुराई से) झिड़क कर डाँटने वाले की (क़सम)
फिर कुरान पढ़ने वालों की क़सम है
तुम्हारा माबूद (यक़ीनी) एक ही है
जो सारे आसमान ज़मीन का और जो कुछ इन दोनों के दरमियान है (सबका) परवरदिगार है
और (चाँद सूरज तारे के) तुलूउ व (गुरूब) के मक़ामात का भी मालिक है हम ही ने नीचे वाले आसमान को तारों की आरइश (जगमगाहट) से आरास्ता किया
और (तारों को) हर सरकश शैतान से हिफ़ाज़त के वास्ते (भी पैदा किया)
कि अब शैतान आलमे बाला की तरफ़ कान भी नहीं लगा सकते और (जहाँ सुन गुन लेना चाहा तो) हर तरफ़ से खदेड़ने के लिए शहाब फेके जाते हैं