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BackThose drawn up in Ranks - As-Saaffaat

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سورة الصافات
ग़रज़ तुम लोग खुद और तुम्हारे माबूद
उसके ख़िलाफ (किसी को) बहका नहीं सकते
मगर उसको जो जहन्नुम में झोंका जाने वाला है
और फरिश्ते या आइम्मा तो ये कहते हैं कि मैं हर एक का एक दरजा मुक़र्रर है
और हम तो यक़ीनन (उसकी इबादत के लिए) सफ बाँधे खड़े रहते हैं
और हम तो यक़ीनी (उसकी) तस्बीह पढ़ा करते हैं
अगरचे ये कुफ्फार (इस्लाम के क़ब्ल) कहा करते थे
कि अगर हमारे पास भी अगले लोगों का तज़किरा (किसी किताबे खुदा में) होता