
The letter Saad - Saad
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سورة ص
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![]() | तो सब के सब कुल फरिश्तों ने सजदा किया मगर (एक) इबलीस ने कि वह शेख़ी में आ गया और काफिरों में हो गया ख़ुदा ने (इबलीस से) फरमाया कि ऐ इबलीस जिस चीज़ को मैंने अपनी ख़ास कुदरत से पैदा किया (भला) उसको सजदा करने से तुझे किसी ने रोका क्या तूने तक़ब्बुर किया या वाकई तू बड़े दरजे वालें में है इबलीस बोल उठा कि मैं उससे बेहतर हूँ तूने मुझे आग से पैदा किया और इसको तूने गीली मिट्टी से पैदा किया (कहाँ आग कहाँ मिट्टी) खुदा ने फरमाया कि तू यहाँ से निकल (दूर हो) तू यक़ीनी मरदूद है और तुझ पर रोज़ जज़ा (क़यामत) तक मेरी फिटकार पड़ा करेगी शैतान ने अर्ज़ की परवरदिगार तू मुझे उस दिन तक की मोहलत अता कर जिसमें सब लोग (दोबारा) उठा खड़े किए जायेंगे फरमाया तुझे एक वक्त मुअय्यन के दिन तक की मोहलत दी गयी | ![]() |
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