
The letter Saad - Saad
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سورة ص
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![]() | वह बोला तेरी ही इज्ज़त व जलाल की क़सम उनमें से तेरे ख़ालिस बन्दों के सिवा सब के सब को ज़रूर गुमराह करूँगा खुदा ने फरमाया तो (हम भी) हक़ बात (कहे देते हैं) और मैं तो हक़ ही कहा करता हूँ कि मैं तुझसे और जो लोग तेरी ताबेदारी करेंगे उन सब से जहन्नुम को ज़रूर भरूँगा (ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं तो तुमसे न इस (तबलीग़े रिसालत) की मज़दूरी माँगता हूँ और न मैं (झूठ मूठ) बनावट करने वाला हूँ ये (क़ुरान) तो बस सारे जहाँन के लिए नसीहत है और कुछ दिनों बाद तुमको इसकी हक़ीकत मालूम हो जाएगी | ![]() |
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