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BackThe Winnowing Winds - Adh-Dhaariyat

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سورة الذاريات
उन (हवाओं की क़सम) जो (बादलों को) उड़ा कर तितर बितर कर देती हैं
फिर (पानी का) बोझ उठाती हैं
फिर आहिस्ता आहिस्ता चलती हैं
फिर एक ज़रूरी चीज़ (बारिश) को तक़सीम करती हैं
कि तुम से जो वायदा किया जाता है ज़रूर बिल्कुल सच्चा है
और (आमाल की) जज़ा (सज़ा) ज़रूर होगी
और आसमान की क़सम जिसमें रहते हैं
कि (ऐ अहले मक्का) तुम लोग एक ऐसी मुख्तलिफ़ बेजोड़ बात में पड़े हो