
The Inevitable - Al-Waaqia
Home > >
سورة الواقعة
![]() | ![]() | ![]() |
![]() | तो उसे चूर चूर कर देते तो तुम बातें ही बनाते रह जाते إِنَّا لَمُغْرَمُونَ ﴿٦٦﴾ कि (हाए) हम तो (मुफ्त) तावान में फॅसे (नहीं) हम तो बदनसीब हैं तो क्या तुमने पानी पर भी नज़र डाली जो (दिन रात) पीते हो क्या उसको बादल से तुमने बरसाया है या हम बरसाते हैं अगर हम चाहें तो उसे खारी बना दें तो तुम लोग यक्र क्यों नहीं करते तो क्या तुमने आग पर भी ग़ौर किया जिसे तुम लोग लकड़ी से निकालते हो क्या उसके दरख्त को तुमने पैदा किया या हम पैदा करते हैं | ![]() |
![]() | ![]() | ![]() |