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BackThe Inevitable - Al-Waaqia

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سورة الواقعة
तो क्या तुम लोग इस कलाम से इन्कार रखते हो
और तुमने अपनी रोज़ी ये करार दे ली है कि (उसको) झुठलाते हो
तो क्या जब जान गले तक पहुँचती है
और तुम उस वक्त (क़ी हालत) पड़े देखा करते हो
और हम इस (मरने वाले) से तुमसे भी ज्यादा नज़दीक होते हैं लेकिन तुमको दिखाई नहीं देता
तो अगर तुम किसी के दबाव में नहीं हो
तो अगर (अपने दावे में) तुम सच्चे हो तो रूह को फेर क्यों नहीं देते
पस अगर वह (मरने वाला ख़ुदा के) मुक़र्रेबीन से है