Quran Home

BackThe Announcement - An-Naba

>


سورة النبإ
बेशक फैसले का दिन मुक़र्रर है
जिस दिन सूर फूँका जाएगा और तुम लोग गिरोह गिरोह हाज़िर होगे
और आसमान खोल दिए जाएँगे
तो (उसमें) दरवाज़े हो जाएँगे और पहाड़ (अपनी जगह से) चलाए जाएँगे तो रेत होकर रह जाएँगे
बेशक जहन्नुम घात में है
सरकशों का (वही) ठिकाना है
उसमें मुद्दतों पड़े झींकते रहेंगें
न वहाँ ठन्डक का मज़ा चखेंगे और न खौलते हुए पानी