
Those who drag forth - An-Naazi'aat
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سورة النازعات
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![]() | तो उसका ठिकाना यक़ीनन बेहश्त है (ऐ रसूल) लोग तुम से क़यामत के बारे में पूछते हैं कि उसका कहीं थल बेड़ा भी है तो तुम उसके ज़िक्र से किस फ़िक्र में हो उस (के इल्म) की इन्तेहा तुम्हारे परवरदिगार ही तक है तो तुम बस जो उससे डरे उसको डराने वाले हो जिस दिन वह लोग इसको देखेंगे तो (समझेंगे कि दुनिया में) बस एक शाम या सुबह ठहरे थे | ![]() |
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