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BackThose who drag forth - An-Naazi'aat

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سورة النازعات
उन (फ़रिश्तों) की क़सम
जो (कुफ्फ़ार की रूह) डूब कर सख्ती से खींच लेते हैं
और उनकी क़सम जो (मोमिनीन की जान) आसानी से खोल देते हैं
और उनकी क़सम जो (आसमान ज़मीन के दरमियान) पैरते फिरते हैं
फिर एक के आगे बढ़ते हैं
फिर (दुनिया के) इन्तज़ाम करते हैं (उनकी क़सम) कि क़यामत हो कर रहेगी
जिस दिन ज़मीन को भूचाल आएगा फिर उसके पीछे और ज़लज़ला आएगा
उस दिन दिलों को धड़कन होगी