
Defrauding - Al-Mutaffifin
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سورة المطففين
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![]() | एक लिखा हुआ दफ़तर है जिसमें शयातीन के (आमाल दर्ज हैं) उस दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है जो लोग रोजे ज़ज़ा को झुठलाते हैं हालॉकि उसको हद से निकल जाने वाले गुनाहगार के सिवा कोई नहीं झुठलाता जब उसके सामने हमारी आयतें पढ़ी जाती हैं तो कहता है कि ये तो अगलों के अफसाने हैं नहीं नहीं बात ये है कि ये लोग जो आमाल (बद) करते हैं उनका उनके दिलों पर जंग बैठ गया है बेशक ये लोग उस दिन अपने परवरदिगार (की रहमत से) रोक दिए जाएँगे फिर ये लोग ज़रूर जहन्नुम वासिल होंगे | ![]() |
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