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BackThe Most High - Al-A'laa

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سورة الأعلى
तो जहाँ तक समझाना मुफ़ीद हो समझते रहो
जो खौफ रखता हो वह तो फौरी समझ जाएगा
और बदबख्त उससे पहलू तही करेगा
जो (क़यामत में) बड़ी (तेज़) आग में दाख़िल होगा
फिर न वहाँ मरेगा ही न जीयेगा
वह यक़ीनन मुराद दिली को पहुँचा जो (शिर्क से) पाक हो
और अपने परवरदिगार का ज़िक्र करता और नमाज़ पढ़ता रहा
मगर तुम लोग दुनियावी ज़िन्दगी को तरजीह देते हो