
The Dawn - Al-Fajr
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سورة الفجر
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![]() | وَٱلْفَجْرِ ﴿١﴾ सुबह की क़सम وَلَيَالٍ عَشْرٍ ﴿٢﴾ और दस रातों की और ज़ुफ्त व ताक़ की और रात की जब आने लगे अक्लमन्द के वास्ते तो ज़रूर बड़ी क़सम है (कि कुफ्फ़ार पर ज़रूर अज़ाब होगा) क्या तुमने देखा नहीं कि तुम्हारे आद के साथ क्या किया यानि इरम वाले दराज़ क़द जिनका मिसल तमाम (दुनिया के) शहरों में कोई पैदा ही नहीं किया गया | ![]() |
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