Quran Home

BackThe City - Al-Balad

>


سورة البلد
मुझे इस शहर (मक्का) की कसम
और तुम इसी शहर में तो रहते हो
और (तुम्हारे) बाप (आदम) और उसकी औलाद की क़सम
हमने इन्सान को मशक्क़त में (रहने वाला) पैदा किया है
क्या वह ये समझता है कि उस पर कोई काबू न पा सकेगा
वह कहता है कि मैने अलग़ारों माल उड़ा दिया
क्या वह ये ख्याल रखता है कि उसको किसी ने देखा ही नहीं
क्या हमने उसे दोनों ऑंखें और ज़बान