Quran Home

BackThe City - Al-Balad

>


سورة البلد
और दोनों लब नहीं दिए (ज़रूर दिए)
और उसको (अच्छी बुरी) दोनों राहें भी दिखा दीं
फिर वह घाटी पर से होकर (क्यों) नहीं गुज़रा
और तुमको क्या मालूम कि घाटी क्या है
किसी (की) गर्दन का (गुलामी या कर्ज से) छुड़ाना
या भूख के दिन रिश्तेदार यतीम या ख़ाकसार
मोहताज को
खाना खिलाना