Allamah Majlisi has said:
In certain reliable narrations from Muhammed ibn Babwiyeh, has reported this dua from the Imams and said ''I did not read it but that my prayers were answered''
دعاء التوسل
بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمٰنِ ٱلرَّحِيمِ
बिस्ल्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
اَللَّهُمَّ صَلِّ عَلَىٰ مُحَمَّدٍ وَآلِ مُحَمَّدٍ
अल्लाहूम्मा सल्ले अला मोहम्मदीन व आले मोहम्मद.
اَللَّهُمَّ إِنِّي اسْالُكَ وَاتَوَجَّهُ إِلَيْكَ
बारे इलाहा ! तेरे दर का सवाली बन कर
بِنَبِيِّكَ نَبِيِّ ٱلرَّحْمَةِ
तेरे ही नबीये रहमत
مُحَمَّدٍ صَلَّىٰ ٱللَّهُ عَلَيْهِ وَآلِهِ
पैगंबर हज़रत मुहम्मद मुस्तफा (स:अ:व:व) के सहारे
يَا ابَا ٱلْقَاسِمِ
ऐ अबुल क़ासिम,
يَا رَسُولَ ٱللَّهِ يَا إِمَامَ ٱلرَّحْمَةِ
ऐ अल्लाह के रसूल, ऐ ख़ैर व बरकत वाले पेशवा!
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे आक़ा, हमारे मौला
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
आप ही से हम सब आस लगाए हुए हैं और आप ही की शराफत दरकार है
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
और खुदा तक रसाई के लिए आप ही का वसीला है
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
नेज़ हाजत रवाई के सिलसिले में भी आप ही हमारा सबसे से बड़ा आसरा हैं,
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ बारगाहे अह्दियत में इज्ज़त पाने वाले
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप अल्लाह से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا ٱلْحَسَنِ
ऐ अबुल हसन
يَا امِيرَ ٱلْمُؤْمِنِينَ
अमीरुल मोमिनीन
يَا عَلِيُّ بْنَ ابِي طَالِبٍ
ऐ अली इब्ने अबी तालिब (अ:स),
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ सारे ख़िलक़त के लिए खालिके यकता की हुज्जत,
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे आक़ा हमारे मौला
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
हम आप ही पर नज़र जमाये हुए हैं आप ही शफा''अत करने वाले
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ اللّهِ
और आप ही हमारा ज़रिया हैं
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
नीज अपनी मुश्किलों को आसान करने के लिए आपका दामन थामे हुए हैं!
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ खुदा रसीदा बुज़ुर्ग!
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
उस आफ्रीदागार मुतलक के हुज़ूर हमारी सिफारिश कर दीजिये!
يَا فَاطِمَةُ ٱلزَّهْرَاءُ
ऐ फातिमा ज़हरा (स:अ)
يَا بِنْتَ مُحَمَّدٍ
ऐ मुहम्मद मुस्तफा (स:अ:व) के साहेबज़ादी
يَا قُرَّةَ عَيْنِ ٱلرَّسُولِ
ऐ रसूल (स:अ:व:व) की आँखों की ठंडक,
يَا سَيِّدَتَنَاوَمَوْلاَتَنَا
ऐ सैया'दाए आलम ऐ हमारी मलका ए आलिया
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
हम आप ही पर नज़र जमाये हुए हैं आप ही शफा'अत करने वाली
وَتَوَسَّلْنَا بِكِ إِلَىٰ ٱللَّهِ
और आप ही हमारा वसीला हैं दरगाहे क़ाज़िउल हाजात मे
وَقَدَّمْنَاكِ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
और मद'दुआ पाने के ख्याल से आपके आगे अपनी झोली रख़ दी है
يَا وَجِيهَةً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ हरीमे क़ुदस ए इलाही की बुलंद मर्तबा ख़ातून!
إِشْفَعي لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप दावरे हश्र से हमारी सिफारिश कर दीजिये!
يَا ابَا مُحَمَّدٍ
ऐ अबू मुहम्मद (स:अ)
يَا حَسَنُ بْنَ عَلِيٍّ ايُّهَا ٱلْمجْتَبَىٰ
ऐ हसन (स:अ) बिन अली (स:अ) और मुजतबा
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ रसूले खुदा के फ़र्ज़न्द
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ दुनिया जहां के लिए अल्लाह की हुज्जत
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे सरवर! ऐ हमारे सरदार
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
हम आप ही के लिए आस्ताने अक़दस पर अपनी तवज्जह मर्कूज़ किये हुए हैं और बस आप ही हमारे शफ़ा'अत कार हैं,
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
नीज कुर्बे इलाही की ख़ातिर आप (स:अ) ही का सहारा लिया है
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
और बारगाहे अह्दियत से अपने मक़ासिद की तकमील के लिए आप (स:अ) को वास्ता क़रार दिया है,
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ ख़ुदा के नज़दीक आबरू रखने वाले
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप मालिके दो जहां से हमारी सिफारिश कर दीजिये,
يَا ابَا عَبْدِ ٱللَّهِ
ऐ अबू अब्दुल्लाह!
يَا حُسَيْنُ بْنَ عَلِيٍّ
ऐ हुसैन (स:अ) बिन अली (स:अ)
ايُّهَا ٱلشَّهِيدُ
ऐ जामे शहादत नोश करने वाले
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ फ़रज़न्दे रसूल (स:अ)
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ खल्के खुदा के लिए खुदा की दलील
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे पेशवा ऐ हमारे सरपरस्त
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
हमने आप (स:अ) के दर पर अपना माथा रख़ दिया है आपकी शफ़ा'अत चाहिए
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
और आप का ही वसीला मतलूब है
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
अपनी हाजत के सिलसिले में हमने आप पर हो भरोसा किया है
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
कुदरत की नज़र में आप की बड़ी क़द्र-व-मंज़लत है,
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप माबूदे मुतलक से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا ٱلْحَسَنِ
ऐ अबुल हसन (स:अ)
يَا عَلِيُّ بْنَ ٱلْحُسَيْنِ
ऐ अली (स:अ) बिन अल हुसैन
يَا زَيْنَ ٱلْعَابِدينَ
ऐ इबादत गुज़ारों की ज़ीनत
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ रसूले ख़ुदा (स:अ) के बेटे
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ अल्लाह की मखलूक के लिए निशाने राहे हक़,
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे सय्यादो सलार,
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
हम दामन फैला कर आप ही की तरफ बढ़ते हैं, आप की शफ़ा'अत के खास्त्गार हैं
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
ख़ुदा के वास्ते आप से मुतवस्सल हुए हैं,
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
और इसी तवक्को पर की उम्मीदें बर आयेंगी
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
अल्लाह ने आपको शरफ बख्शा
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّه
आप (स:अ) खुदा से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا جَعْفَرٍ
ऐ अबू जाफर (स:अ)
يَا مُحَمَّدُ بْنَ عَلِيٍّ
ऐ मुहम्मद (स:अ) बिन अली (स:अ)
ايُّهَا ٱلْبَاقِرُ
ऐ ममलेकत-ए-इल्म को वुस'अत अता फरमाने वाले
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ सिब्ते नबी (स:अ)
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ दीने इलाही की ज़िंदा जावेद अलामत,
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हम पर अख्तयार रखने वाले
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
ऐ हमारे फर्मा रवा हम आप की तरफ देख रहे हैं,
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
खुदा के हुज़ूर अप्प (स:अ) ही से कुमुक की इल्तेजा है,
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
हम अपनी हर आरज़ू व नयाज़ के लिए आप से लौ लगाए बैठे हैं,
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
पाक व परवरदिगार ने आप (स:अ) को बहुत ऊंचा मर्तबा दिया है
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप उस पालने वाले से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا عَبْدِ ٱللَّهِ
ऐ अबू अब्दुल्लाह (स:अ)
يَا جَعْفَرُ بْنَ مُحَمَّدٍ
ऐ जाफर (स:अ) बिन मुहम्मद (स:अ)
ايُّهَا ٱلصَّادِقُ
ऐ सच्चाई के पैकर,
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ रसूलल्लाह (स:अ) के बेटे
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ ख़ुदा की सच्ची निशानी
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे रास-व रईस ऐ सब के सरकार
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
हम ने आपके (स:अ) क़दमों में आँख बिछा दी है
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
आप ही हमें रब्बे करीम तक पहुंचाने के ज़रिया हैं,
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
हम खुदा से अपनी मुरादें हासिल करने के लिए आपकी मदद के खाहां हैं,
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ दरबारे खालिक़े यकता में बुलंद व बाला हैसियत रखने वाले
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप (स:अ) खुदाए करीम से हमारी सिफारिश कर दीजिये,
يَا ابَا ٱلْحَسَنِ
ऐ अबुल हसन (स:अ)
يَا مُوسَىٰ بْنَ جَعْفَرٍ
ऐ मूसा (स:अ) बिन जाफर (स:अ)
ايُّهَا ٱلْكَاظِمُ
ऐ नफस की कैफियत पर पूरी गिरफ्त रखने वाले
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
फ़रज़न्दे रसूल (स:अ)
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
काएनात के लिए अल्लाह की वाजेह दलील
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
हमारे मालिक हमारे मुख्तार
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
आप (स:अ) की खिदमत में हाज़िर है आप की दस्तगीरी के तालिब
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
और आप के तवस्सुल के गर्वीदा
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
हमने अपने मक़ासिद में कामयाब होने के लिए आप (स:अ) के साए में पनाह ली है,
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
अल्लाह ने आप को सरफ़राज़ फरमाया है
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप मालिके इजजो व मुतआल से हमारी सिफारिश कर दीजिये!
يَا ابَا ٱلْحَسَنِ
ऐ अबुल हसन (स:अ)
يَا عَلِيُّ بْنَ مُوسَىٰ
ऐ अली (स:अ) बिन मूसा
ايُّهَا ٱلرِّضَا
ए राज़ी व रज़ा (स:अ)
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ रसूले खुदा (स:अ) के फ़र्ज़न्द
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ सारी मखलूक के लिए अल्लाह की हुज्जत
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
हमारे मुक़तदा ऐ हमारे बुजुर्गवार
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتشْفَعْنَا
आप की ई'आनत के मुल्तजी हैं
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
आपके तवस्सुल के मुहताज
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
अपने बिगड़ी बनाने के लिए आप ही को यावर बनाया है
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ साहते अज़मत इलाही की बा'बरकत हस्ती,
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
आप रब्बुल अलामीन से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا جَعْفَرٍ
ऐ अबू जाफर (स:अ)
يَا مُحَمَّدُ بْنَ عَلِيٍّ
ऐ मुहम्मद (स:अ) बिन अली (स:अ)
ايُّهَا ٱلتَّقِيُّ ٱلْجَوَادُ
ऐ तक़वा कि मिसाल ऐ दरया दिली के मेयार
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
रसूले खुदा (स:अ) के फ़र्ज़न्द,
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ख्लके खुदा के लिए दलीले हक़,
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ अमीरे उमम ऐ काएदे मोहतरम,
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
आप (स:अ) की खिदमत में हाज़िर है
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
कमाले अदब और मुन्तहाये ख़ुलूस के साथ
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
इस बाइस की हमारी दुआ क़बूल हो और हमारी हाजत पूरी हो
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
अल्लाह ने आपके दर्जे बुलंद फरमाए हैं
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّهِ
उस र'उफ़ व रहीम से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا ٱلْحَسَنِ
ऐ अबुल हसन (स:अ)
يَا عَلِيُّ بْنَ مُحَمَّدٍ
ऐ अली (स:अ) बिन मुहम्मद (स:अ)
ايُّهَا ٱلْهَادِي ٱلنَّقِيُّ
ऐ हादिये बढ़ाक ऐ फ़िक्र-ओ-अमल की तहारत के मज़हरे उमम
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ फ़रज़न्दे रसूल (स:अ)
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ हुज्जत खुदा
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ हमारे सरवर ऐ हमारे सरदार
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
आप (स:अ) ही से तमाम उम्मीदें वाबस्ता हैं,
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
आप हे हमें खुदा से क़रीब करने का वास्ता हैं,
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
आप ही हमारी किश्ते को किनारे लगा सकते हैं और हमारी हाजत रवाई भी आप ही के कारण मुमकिन है
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ खुदा की बुर्गाजीदा हस्ती
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّه
आप (स:अ) पाक परवरदिगार से हमारी सिफारिश कर दीजिये
يَا ابَا مُحَمَّدٍ
ऐ अबू मुहम्मद (स:अ)
يَا حَسَنُ بْنَ عَلِيٍّ
ऐ हसन (स:अ) बिन अली (स:अ)
ايُّهَا ٱلزَّكِيُّ ٱلْعَسْكَرِيُّ
ऐ ख़ैर व खूबी और जुर्रत व शुजा'अत की तफसीर
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ रसूले खुदा (स:अ) के फ़र्ज़न्द
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ हुज्जत खुदा
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ जहां पनाह
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
आप (स:अ) ही से तमाम उम्मीदें वाबस्ता हैं, आप (स:अ) ही हमारे यारो मददगार हैं
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
आप (स:अ) के सबब अल्लाह हमारी सुनेगा
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
आप (स:अ) ही के सदके में हमारी उम्मीदें बर आयेंगी
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
अल्लाह ने आप को वजाहत बख्शी है
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّه
आप (स:अ) उस खालीक़े यकता से हमारी सिफारिश कर दीजिये
ِيَا وَصِيَّ ٱلْحَسَنِ
ऐ हसन अस्करी (स:अ) के जानशीन
وَٱلْخَلَفُ ٱلْحُجَّةُ
ऐ मासूम रहनुमा के नायब
ايُّهَا ٱلْقَائِمُ ٱلْمُنْتَظَرُ ٱلْمَهْدِيُّ
ऐ खुदा की हुज्जत ऐ क़ायेम मुन्तजिर ऐ मेहदी मौ'उद
يَا بْنَ رَسُولِ ٱللَّهِ
ऐ खातिमुल अमबिया के नूरे नज़र
يَا حُجَّةَ ٱللَّهِ عَلَىٰ خَلْقِهِ
ऐ अल्लाह की रौशन दलील
يَا سَيِّدَنَا وَمَوْلاَنَا
ऐ इमामे उमम ऐ रहबर
إِنَّا تَوَجَّهْنَا وَٱسْتَشْفَعْنَا
आप ही की इमदाद के तालिब और आप ही से तवस्सुल के खास्त्गार हैं
وَتَوَسَّلْنَا بِكَ إِلَىٰ ٱللَّهِ
ख़ुदावंदे आलम से अपनी
وَقَدَّمْنَاكَ بَيْنَ يَدَيْ حَاجَاتِنَا
हाजत मांगने के लिए आप ही पर हम आँखें लगाए हैं,
يَا وَجِيهاً عِنْدَ ٱللَّهِ
ऐ बारगाहे खुदाए मुत'आल की मुकर्रम व मोहतरम शख्सियत
إِشْفَعْ لَنَا عِنْدَ ٱللَّه
अल्लाह अज्ज व शान्हू से हमारी सिफारोइश कर दीजिये!
يَا سَادَتِي وَمَوَالِيَّ
ऐ हमारे आकाओं ऐ हमारे सरदारों
إِنِّي تَوَجَّهْتُ بِكُمْ
आप ही से हमने तमाम उम्मीदें बाँध रखी हैं,
ائِمَّتِي وَعُدَّتِي
ऐ हमारी हयात व काएनात के रहनुमाओं
لِيَوْمِ فَقْرِي وَحَاجَتِي إِلَىٰ ٱللَّهِ
और नहूत के दिनों का ज़खीरा, ऐ हमारी बे माय्गी में काम आने वालों
وَتَوَسَّلْتُ بِكُمْ إِلَىٰ ٱللَّهِ
अल्लाह के लिए तुम ही को वसीला बनाया है
وَٱسْتَشْفَعْتُ بِكُمْ إِلَىٰ ٱللَّهِ
आप ही को अपनी शफ़ी माना है
فَٱشْفَعُوا لِي عِنْدَ ٱللَّهِ
आप खुदा की बारगाह में हमारी शफ़ा'अत कर दीजिये
وَٱسْتَنْقِذُونِي مِنْ ذُنُوبِي عِنْدَ ٱللَّهِ
हमारे गुनाहों को बख्शवा दीजिये, आप ही हमें निजात दिलाने का ज़रिया हैं
فَإنَّكُمْ وَسيلَتِي إِلَىٰ ٱللَّهِ
और आप ही की मुहब्बत और कुर्बत से हम रुस्त्गारी की तवक्कु रखते हैं
وَبِحُبِّكُمْ وَبِقُرْبِكُمْ ارْجُو نَجَاةً مِنَ ٱللَّهِ فَكُونُوا عِنْدَ ٱللَّهِ رَجَائِي
हम ने आप (स:अ) से आस लगाईं है कयामत में मायूस न होने दीजिएगा
يَا سَادَتِي يَا اوْلِيَاءَ ٱللَّهِ
ऐ हमारे सरदारों, ऐ अल्लाह के दोस्तों
صَلَّىٰ ٱللَّهُ عَلَيْهِمْ اجْمَعينَ
आप सब पर उसका दरूद व सलाम
وَلَعَنَ ٱللَّهُ اعْدَاءَ ٱللَّهِ ظَالِمِيهِمْ
और आप पर सितम ढाने वाले तमाम दुश्मनाने खुदा
مِنَ ٱلاوَّلِينَ وَٱلآخِرِينَ
पर शुरू से आखिर तक अल्लाह की लानत!
آمِينَ رَبَّ ٱلْعَالَمينَ
आमीन रब्बुल आलामीन