Surat Ash-Shu'araa (The Poets) - الشعراء
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26:193 نَزَلَ بِهِ ٱلرُّوحُ ٱلْأَمِينُ ﴿١٩٣﴾ عَلَىٰ قَلْبِكَ لِتَكُونَ مِنَ ٱلْمُنذِرِينَ﴿١٩٤﴾ بِلِسَانٍ عَرَبِىٍّ مُّبِينٍ﴿١٩٥﴾ जिसे रुहुल अमीन (जिबरील) साफ़ अरबी ज़बान में लेकर तुम्हारे दिल पर नाज़िल हुए है ताकि तुम भी और पैग़म्बरों की तरह लोगों को अज़ाबे ख़ुदा से डराओ | ||