Surat Ash-Shu'araa (The Poets) - الشعراء
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26:57 فَأَخْرَجْنَٰهُم مِّن جَنَّٰتٍ وَعُيُونٍ ﴿٥٧﴾ وَكُنُوزٍ وَمَقَامٍ كَرِيمٍ﴿٥٨﴾ (तुम भी आ जाओ कि सब मिलकर ताअककुब (पीछा) करें) ग़रज़ हमने इन लोगों को (मिस्र के) बाग़ों और चश्मों और खज़ानों और इज्ज़त की जगह से (यूँ) निकाल बाहर किया | ||