Surat Ash-Shu'araa (The Poets) - الشعراء
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26:84 وَٱجْعَل لِّى لِسَانَ صِدْقٍ فِى ٱلْءَاخِرِينَ ﴿٨٤﴾ और आइन्दा आने वाली नस्लों में मेरा ज़िक्रे ख़ैर क़ायम रख | ||
26:84 وَٱجْعَل لِّى لِسَانَ صِدْقٍ فِى ٱلْءَاخِرِينَ ﴿٨٤﴾ और आइन्दा आने वाली नस्लों में मेरा ज़िक्रे ख़ैर क़ायम रख | ||