Surat Ash-Shu'araa (The Poets) - الشعراء
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26:85 وَٱجْعَلْنِى مِن وَرَثَةِ جَنَّةِ ٱلنَّعِيمِ ﴿٨٥﴾ और मुझे भी नेअमत के बाग़ (बेहश्त) के वारिसों में से बना | ||
26:85 وَٱجْعَلْنِى مِن وَرَثَةِ جَنَّةِ ٱلنَّعِيمِ ﴿٨٥﴾ और मुझे भी नेअमत के बाग़ (बेहश्त) के वारिसों में से बना | ||