Surat As-Saaffaat (Those drawn up in Ranks) - الصافات
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37:167 وَإِن كَانُوا۟ لَيَقُولُونَ ﴿١٦٧﴾ لَوْ أَنَّ عِندَنَا ذِكْرًا مِّنَ ٱلْأَوَّلِينَ﴿١٦٨﴾ لَكُنَّا عِبَادَ ٱللَّهِ ٱلْمُخْلَصِينَ﴿١٦٩﴾ अगरचे ये कुफ्फार (इस्लाम के क़ब्ल) कहा करते थे कि अगर हमारे पास भी अगले लोगों का तज़किरा (किसी किताबे खुदा में) होता तो हम भी खुदा के निरे खरे बन्दे ज़रूर हो जाते | ||