Surat As-Saaffaat (Those drawn up in Ranks) - الصافات
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37:62 أَذَٰلِكَ خَيْرٌ نُّزُلًا أَمْ شَجَرَةُ ٱلزَّقُّومِ ﴿٦٢﴾ إِنَّا جَعَلْنَٰهَا فِتْنَةً لِّلظَّٰلِمِينَ﴿٦٣﴾ भला मेहमानी के वास्ते ये (सामान) बेहतर है या थोहड़ का दरख्त (जो जहन्नुमियों के वास्ते होगा) जिसे हमने यक़ीनन ज़ालिमों की आज़माइश के लिए बनाया है | ||