Surat At-Tur (The Mount) - الطور
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52:2 وَكِتَٰبٍ مَّسْطُورٍ ﴿٢﴾ فِى رَقٍّ مَّنشُورٍ﴿٣﴾ और उसकी किताब (लौहे महफूज़) की जो क़ुशादा औराक़ में लिखी हुई है | ||
52:2 وَكِتَٰبٍ مَّسْطُورٍ ﴿٢﴾ فِى رَقٍّ مَّنشُورٍ﴿٣﴾ और उसकी किताब (लौहे महफूज़) की जो क़ुशादा औराक़ में लिखी हुई है | ||