Surat Al-Waaqia (The Inevitable) - الواقعة
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56:88 فَأَمَّآ إِن كَانَ مِنَ ٱلْمُقَرَّبِينَ ﴿٨٨﴾ فَرَوْحٌ وَرَيْحَانٌ وَجَنَّتُ نَعِيمٍ﴿٨٩﴾ पस अगर वह (मरने वाला ख़ुदा के) मुक़र्रेबीन से है तो (उस के लिए) आराम व आसाइश है और ख़ुशबूदार फूल और नेअमत के बाग़ | ||