Surat Al-Qiyaama (The Resurrection) - القيامة
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75:37 أَلَمْ يَكُ نُطْفَةً مِّن مَّنِىٍّ يُمْنَىٰ ﴿٣٧﴾ ثُمَّ كَانَ عَلَقَةً فَخَلَقَ فَسَوَّىٰ﴿٣٨﴾ فَجَعَلَ مِنْهُ ٱلزَّوْجَيْنِ ٱلذَّكَرَ وَٱلْأُنثَىٰٓ﴿٣٩﴾ क्या वह (इब्तेदन) मनी का एक क़तरा न था जो रहम में डाली जाती है फिर लोथड़ा हुआ फिर ख़ुदा ने उसे बनाया फिर उसे दुरूस्त किया फिर उसकी दो किस्में बनायीं (एक) मर्द और (एक) औरत | ||