Surat An-Naazi'aat (Those who drag forth) - النازعات
Home > > >
79:37 فَأَمَّا مَن طَغَىٰ ﴿٣٧﴾ وَءَاثَرَ ٱلْحَيَوٰةَ ٱلدُّنْيَا﴿٣٨﴾ فَإِنَّ ٱلْجَحِيمَ هِىَ ٱلْمَأْوَىٰ﴿٣٩﴾ तो जिसने (दुनिया में) सर उठाया था और दुनियावी ज़िन्दगी को तरजीह दी थी उसका ठिकाना तो यक़ीनन दोज़ख़ है | ||