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BackSurat At-Takaathur (Competition) - التكاثر

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102:1

بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ أَلْهَىٰكُمُ ٱلتَّكَاثُرُ ﴿١﴾ حَتَّىٰ زُرْتُمُ ٱلْمَقَابِرَ﴿٢﴾ كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُونَ﴿٣﴾ ثُمَّ كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُونَ﴿٤﴾ كَلَّا لَوْ تَعْلَمُونَ عِلْمَ ٱلْيَقِينِ﴿٥﴾ لَتَرَوُنَّ ٱلْجَحِيمَ﴿٦﴾

कुल व माल की बहुतायत ने तुम लोगों को ग़ाफ़िल रखा यहाँ तक कि तुम लोगों ने कब्रें देखी (मर गए) देखो तुमको अनक़रीब ही मालुम हो जाएगा फिर देखो तुम्हें अनक़रीब ही मालूम हो जाएगा देखो अगर तुमको यक़ीनी तौर पर मालूम होता (तो हरगिज़ ग़ाफिल न होते) तुम लोग ज़रूर दोज़ख़ को देखोगे

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