Menu

BackSurat Ash-Shu'araa (The Poets) - الشعراء

>
>


26:170

فَنَجَّيْنَٰهُ وَأَهْلَهُۥٓ أَجْمَعِينَ ﴿١٧٠﴾ إِلَّا عَجُوزًا فِى ٱلْغَٰبِرِينَ﴿١٧١﴾ ثُمَّ دَمَّرْنَا ٱلْءَاخَرِينَ﴿١٧٢﴾ وَأَمْطَرْنَا عَلَيْهِم مَّطَرًا فَسَآءَ مَطَرُ ٱلْمُنذَرِينَ﴿١٧٣﴾

तो हमने उनको और उनके सब लड़कों को नजात दी मगर (लूत की) बूढ़ी औरत कि वह पीछे रह गयी (और हलाक हो गयी) फिर हमने उन लोगों को हलाक कर डाला और उन पर हमने (पत्थरों का) मेंह बरसाया तो जिन लोगों को (अज़ाबे ख़ुदा से) डराया गया था

This is a portion of the entire surah. View this verse in context, or view the entire surah here.