Surat Adh-Dhaariyat (The Winnowing Winds) - الذاريات
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51:1 بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ وَٱلذَّٰرِيَٰتِ ذَرْوًا ﴿١﴾ فَٱلْحَٰمِلَٰتِ وِقْرًا﴿٢﴾ فَٱلْجَٰرِيَٰتِ يُسْرًا﴿٣﴾ فَٱلْمُقَسِّمَٰتِ أَمْرًا﴿٤﴾ उन (हवाओं की क़सम) जो (बादलों को) उड़ा कर तितर बितर कर देती हैं फिर (पानी का) बोझ उठाती हैं फिर आहिस्ता आहिस्ता चलती हैं फिर एक ज़रूरी चीज़ (बारिश) को तक़सीम करती हैं | ||