Surat An-Najm (The Star) - النجم
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53:4 إِنْ هُوَ إِلَّا وَحْىٌ يُوحَىٰ ﴿٤﴾ عَلَّمَهُۥ شَدِيدُ ٱلْقُوَىٰ﴿٥﴾ ذُو مِرَّةٍ فَٱسْتَوَىٰ﴿٦﴾ وَهُوَ بِٱلْأُفُقِ ٱلْأَعْلَىٰ﴿٧﴾ ये तो बस वही है जो भेजी जाती है इनको निहायत ताक़तवर (फ़रिश्ते जिबरील) ने तालीम दी है जो बड़ा ज़बरदस्त है और जब ये (आसमान के) ऊँचे (मुशरक़ो) किनारे पर था तो वह अपनी (असली सूरत में) सीधा खड़ा हुआ फिर करीब हो (और आगे) बढ़ा | ||