Surat Ash-Shams (The Sun) - الشمس
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91:7 وَنَفْسٍ وَمَا سَوَّىٰهَا ﴿٧﴾ فَأَلْهَمَهَا فُجُورَهَا وَتَقْوَىٰهَا﴿٨﴾ قَدْ أَفْلَحَ مَن زَكَّىٰهَا﴿٩﴾ وَقَدْ خَابَ مَن دَسَّىٰهَا﴿١٠﴾ और जान की और जिसने उसे दुरूस्त किया फिर उसकी बदकारी और परहेज़गारी को उसे समझा दिया (क़सम है) जिसने उस (जान) को (गनाह से) पाक रखा वह तो कामयाब हुआ और जिसने उसे (गुनाह करके) दबा दिया वह नामुराद रहा | ||